उत्तरकाशी : पक्षियों और तितलियों से विकसित होगा नया पर्यटन

उत्तरकाशी : वन प्रभाग उत्तरकाशी द्वारा सिक्योर हिमालय परियोजना अन्तर्गत दिये जा रहे नेचर गाईड प्रशिक्षण के अन्तिम दिन समस्त प्रतिभागियों , गंगोत्री रेंज के 08 ग्रामों की जैवविधता समितियों के अध्यक्ष एवं तितली ट्रस्ट से आये विशेषज्ञों ने गरतांग गली एवं प्रस्तावित हिम तेंदुआ संरक्षण केन्द्र निर्माण स्थल एवं उसके आस-पास बनायी गयी देवदार ट्रेल एवं राॅक क्लिप ट्रेल आदि स्थलों का भ्रमण किया । तथा उक्त स्थानों में जैवविधिता का आंकलन भी किया गया।

भ्रमण के दौरान प्रतिभागियों द्वारा 18 पक्षी प्रजातियां, विभिन्न प्रकार की तितलियां एवं पेड़ पौधों की पहचान की गयी । जिसके आधार पर ज्ञान हेतु ब्रोसर विकसित किये जायेंगे।
भ्रमण के दौरान प्रतिभागियों द्वारा 18 पक्षी प्रजातियां, विभिन्न प्रकार की तितलियां एवं पेड़ पौधों की पहचान की गयी । जिसके आधार पर ज्ञान हेतु ब्रोसर विकसित किये जायेंगे।

भ्रमण के दौरान प्रभागीय वनाधिकारी पुनीत तोमर द्वारा जैव विविधता समिति के अध्यक्षों से चर्चा कर गरतांग गली भ्रमण हेतु आने वाले पर्यटकों को सुविधा मुहिया कराने हेतु 01 अस्थाई ईको कैफे खोलने की मंजूरी प्रदान की गयी है  जिसको हिम तेंदुआ संरक्षण केन्द्र निर्माण के पश्चात उसके साथ बनने वाले कैफे में सम्मिलित कर दिया जायेगा। उक्त मौके पर प्रभागीय वनाधिकारी द्वारा पर्यटकों को वाहन पार्किग की सुविधा प्रदान करने हेतु 01 अस्थाई पार्किग निर्माण विभाग द्वारा कराये जाने की बात कही गयी।

उक्त गतिविधियों द्वारा क्षेत्र में नेचर गाईड बनके स्वरोजगार की जो अपार सम्भावनायें क्षेत्र में विद्यमान है । जिससे लोगों को आय के साधन उपलब्ध हो पायेंगे।

भ्रमण के दौरान संजय सौंधी तितली ट्रस्ट, राहुल पंवार वन दरोगा, उमेद धाकड़, परियोजना सहायक एवं अन्य कर्मचारी उपस्थित रहें।

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