लकड़ी डिपो में परिवहन विभाग की अनुमति के बिना मोड़ीफ़ाई वाहन से काम कर रहा वन विकास निगम
परिवहन विभाग कि बगैर अनुमति के मोडीफाई वाहन पंजे का प्रयोग कर रहा है वन विकास निगम”मजदूरों के पेट पर मारी जा रही लात।
स्थान – लालकुआं
कुमायूं में वन विकास निगम के अधिकांश लकड़ी डिपो में परिवहन विभाग की बगैर अनुमति के परिवर्तित वाहन पंजे के रूप में कार्य कर रहा है जिससे मजदूरों की रोजी-रोटी पर बहुत बड़ा असर पड़ा है आपको बता दें कि कंपनी द्वारा बनाए गए किसी भी वाहन में बगैर परिवहन विभाग की अनुमति के किसी भी प्रकार का परिवर्तन नहीं किया जा सकता किंतु नैनीताल जिले के अधिकांश वन विकास निगम प्रकाष्ठ के डिपो में ऐसे मॉडिफाई किए गए वाहनों की भरमार है जो कि मजदूरों के हितों के साथ सीधा सा खिलवाड़ है परिवहन विभाग से जानकारी करने पर ज्ञात हुआ कि ऐसा कोई भी वाहन व्यवसायी कार्यों में प्रयोग नहीं किया जा सकता। इस बाबत जब सक्षम अधिकारियों से बात की गई तो टनकपुर चंपावत के डी एस एम मोहन चंद्र जोशी पत्रकारों पर भड़क गए और बोले की हम ऐसे वाहनों को अपने डिपो में एंट्री देते हैं जाओ आरटीओ से शिकायत कर दो हम किसी से नहीं डरते |
अब उनके इस व्यवहार के पीछे क्या कारण है यह उनसे बेहतर कोई नहीं जानता इधर जब वन विकास निगम के आर एम के एन भारती से बात की गई तो उन्होंने कहा कि कोरोना काल में मजदूरों की सुरक्षा एवं मजदूरों की कमी के चलते ऐसे वाहनों को अनुमति दी गई जिससे वन निगम के लोडिंग अनलोडिंग के कार्यों में बाधा ना पड़े और कार्य अनवरत चलता रहे तथा इस लोडिंग अनलोडिंग का भुगतान ठेकेदार द्वारा मजदूरी के रूप में पंजे मालिकों किया जाता है।