उत्तरकाशी: पर्यटक को बचाने के लिए जान पर खेले उत्तरकाशी पुलिस के जवान |

पर्यटक को बचाने के लिए जान पर खेले उत्तरकाशी पुलिस के जवान |
सैर सपाटे के लिए अपने दोस्तो के साथ देव भूमि जितनी खूबसूरत लगती है अकेले मे उतनी ही एडवेंचर से भरी हुई होती है। दुनिया के 10 बड़े ट्रैवलर्स मे शमिल दक्षिण दिल्ली के एक पर्यटक और स्वतंत्र पत्रकार जब पहाड़ी पर चढ़ते हुए अचानक पैर फिसलने से एक खाई मे जा गिरे अंधेरा होने के बाद जंगली जानवरो का खतरा और मोबाइल की बैटरी समाप्ती पर ऐसे मे हिम्मत करके होटल तक मेसेज किया जिसके बाद स्थानीय लोगो के साथ उत्तरकाशी के हर्षिल थाना से पुलिस फोर्स के साथ थाना प्रभारी अजय शाह ने अपनी जान की परवाह न करते हुए पर्यटक को सकुशल वापस वापसी लाने की संभवना बनाई

देवभूमि कहे जाने वाले उत्तराखंड की पुलिस मुसीबत में फंसे एक पर्यटक के लिए देवदूत साबित हुई। ऊंची पहाड़ी पर चढ़ते हुए पैर फिसल जाने के कारण गहरी खाई में गिरे एक पर्यटक को बचाने के लिए हर्षिल थाना के प्रभारी अजय शाह और उनकी टीम ने अपनी जान की परवाह किये बगैर ऊंची पहाड़ी पर जोखिम भरा रेस्क्यू कर पर्यटक की जान बचाई।

घटना दक्षिणी दिल्ली के रहने वाले संजय शेफर्ड के साथ हुई। संजय ट्रैवल जगत का बड़ा नाम हैं, दुनिया के टॉप 10 ट्रैवलर्स में उनका नाम आता है। वे पत्रिका, एनबीटी, दैनिक जागरण जैसे बड़े अख़बारों के लिए भी निरंतर अपने लेख भेजते रहते है। वह उत्तराखंड के जनपद उत्तरकाशी के हर्षिल में पर्यटन के लिए आए हुए थे। वह यहां हर्षिल में एक होटल डिंगडांग में ठहरे हुए हैं। लेखन के क्षेत्र से जुड़े संजय  को हर्षिल में स्थित लामा टॉप पर शाम को 4 बजे चढ़ाई कर रहे थे। यह काफी ऊंची पहाड़ी मानी जाती है। करीब चार किलोमीटर तक चढ़ने के बाद अचानक उनका पैर फिसल गया और वह पानी से भरी खाई में गिर गए। जान बचाने के लिए संघर्ष करते हुए वह कुछ दूर जाकर ककोरागाड़ में पानी से बाहर निकल गए, लेकिन शाम होने और दिशाभ्रम की वजह से उनकी मुश्किल बढ़ गईं। गम्भीरता रही कि उनका मोबाइल फ़ोन बच गया था, लेकिन उसमें चार्जिंग बहुत कम था। किसी तरह उन्होंने सूचना होटल पर दी। होटल प्रबंधन ने मदद के लिए हर्षिल थाना के प्रभारी अजय शाह से संपर्क किया। सूचना मिलते ही अजय शाह अपनी टीम एवं स्थानीय लोग माधव रावत तथा संदीप रावत जो कि उन्हें पहचानते थे उनके साथ घटना स्थल की ओर रवाना हो गए। संजय से संपर्क कर थानाध्यक्ष हर्षिल अजय शाह ने उनसे लाइव लोकेशन मांगी, इस बीच शाम हो चुकी थी और लामा पहाड़ी पर अंधेरा हो चला था। फिर मौका गवांए बिना थानाध्यक्ष अजय शाह ने अपनी टीम के साथ लामा टॉप पर चढ़ने लगे। पहाड़ की दुर्गम चढ़ाई और जंगली जानवरों के खतरे का सामना करते हुए लाइव लोकेशन की मदद से थाना प्रभारी अपनी टीम के साथ संजय तक पहुंचे गए और उनको सकुशल पहाड़ी से नीचे लाकर उपचार कराया गया। इसके बाद पुलिस टीम द्वारा संजय को उनके होटल में छोड़ा गया।
पुलिस द्वारा ऐसे विषम परिस्थितियों में उनकी सहायता करने व उन्हें सकुशल होटल तक छोड़ने पर उनके द्वारा उत्तरकाशी पुलिस/उत्तराखण्ड पुलिस का हृदय से आभार व्यक्त कर धन्यवाद ज्ञापित किया गया।

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