कचरा प्रबंधन : ऊर्जा का बेहतरीन स्रोत मीथेन और मिट्टी की ऊर्वरता बढ़ाएगी जैविक खाद

“गंगा चौपाल लगा कर मनाया आज़ादी का अमृत उत्सव”

अंकित तिवारी

“आजादी के अमृत महोत्सव व गंगा संरक्षण” के अंतर्गत जिला गंगा समिति एवं नेहरू युवा केंद्र ( नमामि गंगे परियोजना) प्रयागराज के संयुक्त प्रयास से मंगलवार का ब्लाक सैदाबाद के गंगा गाँव दुमदमा में गंगा एवं उसकी सहायक नदिया और जैव विविधता पर कार्यशाला पर चौपाल लगा कर जागरूकता कार्यक्रम रखा गया l कार्यक्रम का आयोजन प्रभागीय वन निदेशक रमेश चंद्र जी के कुशल मार्गदर्शन में आयोजित किया गया l कार्यक्रम का आयोजन एवं संचालन जिला परियोजना अधिकारी एषा सिंह द्वारा किया गया l

कार्यक्रम में अतिथि के रूप में भारतीय वन्य जीव संस्थान से फील्ड इंचार्ज के पी उपाध्याय,सामुदायिक अधिकारी हेमा पंत, प्रियंका और वन विभाग से हंडिया रेंजर अधिकारी संतोष कुमार श्रीवास्तव व राम निरंजन बिंद मौजूद रहे l भारतीय वन्यजीव संस्थान की टीम ने गंगा एवं उसकी सहायक नदियों के स्वच्छता एवं उनके बचाव को लेकर जानकारी दी और साथ ही उसमें जीवन यापन करने वाले जलीय जीवो के संरक्षण हेतु लोगों को बताया गया l

जिला परियोजना अधिकारी एषा सिंह ने पर्यावरण मे फेके जाने वाले कचरा ,प्लास्टिक का हानिकारक दुष्प्रभाव पर चर्चा की और कचरा प्रबंधन, चित्रमय चार्ट से लोगों को जानकारी दी l

डीपीओ द्वारा दूरदर्शन इंडिया पर प्रसारित होने वाला “रग-रग में गंगा कार्यक्रम” के बारे में सभी लोगों को जानकारी दी गयी व देखने हेतु प्रोत्साहित किया गया l

भी ग्रामीणों ने उत्साह के साथ गंगा स्वछता पर नारे बाज़ी करके गंगा घाट तक रैली निकली l गंगा स्वछता शपथ लेकर कार्यक्रम का समापन किया गया lकार्यक्रम में वन दारोगा विनोद कुमार, राजेंद्र कुमार पटेल, सुरेश कुमार सुरेश कुमार उपस्थित रहे एवं गंगा पहरी, गंगा दूत राहुल , राम मिलन निषाद, राम अभिलाष , सुनील का विशेष योगदान रहा l

डीपीओ ने बताया अपशिष्ट निस्तारण, रीसायक्लिंग, तथा उससे ऊर्जा उत्पादन इन सभी को समवेत रूप में अपशिष्ट प्रबंधन कहा जाता हैl कागज को रीसायकल कर पेड़ों को अनावश्यक कटने से रोका जा सकता है।वहीं कचरा निस्तारण में घरों से निकले आर्गेनिक कचरे को बायो कंपोस्ट और मीथेन गैस में बदल कर लोगों द्वारा उपयोग में लाया जा सकता है।

मीथेन गैस जहां ऊर्जा का बेहतरीन स्रोत है वहीं जैविक खाद मिट्टी की ऊर्वरता को स्वाभाविक रूप से बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण है l इस प्रकार कचरा प्रबंधन कर गंगा को प्रदूषित करने से बचाने का प्रयास किया जा सकते है l

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