विधिक जागरूकता एवं विधिक साक्षरता कार्यक्रम आयोजित

नैनीताल। राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण, नई दिल्ली के निर्देशानुपालन में 2 अक्टूबर से 14 नवम्बर तक ’’आजादी का अमृत महोत्सव’’ व ’’विधिक सेवा सप्ताह’’ का उत्सव मनाया जा रहा है।
इस अवधि में सम्पूर्ण उत्तराखण्ड राज्य में उत्तराखण्ड राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के तत्वाधान् में प्रत्येक दिवस विभिन्न विधिक जागरूकता एवं विधिक साक्षरता कार्यक्रमों का आयोजन कर, आमजन को लाभान्वित किया जा रहा है। जिसके लिए प्रत्येक जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा अपने-अपने जनपद हेतु न्यायिक अधिकारी, पैनल अधिवक्ता एवं परा विधिक कार्यकर्ता की टीमगठित की गयी है।
उत्तराखण्ड राज्य की प्रथम सप्ताहिक प्रगति रिपोर्ट 02 अक्टूबर से 10 अक्टूबर तक के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए जिला जज एवं सदस्य सचिव उत्तराखण्ड राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण आरके खुल्बे ने बताया कि इस अवधि में कुल 722 विधिक शिविर आयोजित किये गये, जिसमें 20335 व्यक्ति उपस्थित थे तथा उनमें से 4805 व्यक्तियों को विधिक सहायता दी गयी। इसके अतिरिक्त कुल 10 कार्यक्रम जेल में आयोजित किये गये जिसमें 29 बन्दियों को लाभान्वित किया गया। साथ ही कुल 05 जनपदों के 152 गांव/ग्रामपंचायत में विधिक सेवारथ (मोबाईल वैन) के द्वारा विधिक कार्यक्रम आयोजित किये गये जिसमें कुल 5731 व्यक्ति उपस्थित थे। इसके अतिरिक्त कुल 22 विधिक कार्यक्रम डिजिटल माध्यम से आयोजित किये गये।
इसी अवधि में कुल 79 व्यक्तियों को पैनल अधिवक्ता उपलब्ध कराये गये है तथा 43 व्यक्तियों को विधिक सहर्षिल में आयोजित होने वाले उत्तराखंड पुलिस बॉर्डर विकास उत्सव की तैयारियों को लेकर जिलाधिकारी मयूर दीक्षित के अध्यक्षता में बैठक हुई।लाह दीगयी है। इसके अतिरिक्त 56 व्यक्तियों को रिमांड अवस्था पर विधिक सहायता प्रदान की गयी। इसके अतिरिक्त कार्यक्रम को सफल बनाने हेतु जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन, शिक्षा विभाग, सूचना विभाग, आशा कार्यकर्ता, आंगनवाडी कार्यकर्ता, एन.सी.सी./एन.एस.एस. कार्यकर्ता, विधि के छात्रों एवं अन्य हितधारकों के द्वारा अपनी सहभागिता प्रदान की गयी।