राहुल गांधी के मुद्दे पर कांग्रेस की राजनीति पर भाजपा ने कड़ी आपत्ति जताई

हल्द्वानी। कांग्रेस के पूर्व उपाध्यक्ष राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता रद्द करने को लेकर कांग्रेस द्वारा की जा रही राजनीति पर भाजपा ने कड़ी आपत्ति जताई है। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता हेमंत द्विवेदी ने प्रेस बयान जारी कर कहा है कि राज्य कांग्रेस का इस मुद्दे पर ब्लॉक बूथ तक जाने की बात बेहद अफसोसजनक है। पिछड़े वर्ग के सार्वजनिक अपमान पर मिली सजा पर कांग्रेस राजनीतिक आंदोलन के माध्यम से वाहवाही बटोरना चाहती है। राहुल गांधी देश के प्रधानमंत्री के अपमान करने को लेकर माफी मांगने को तैयार नहीं है, जबकि चैकीदार चोर के मसले पर उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के सामने माफी मांगी थी। यह बेहद खेदजनक है कि राहुल गांधी ने देश के सर्वोच्च न्यायालय के समक्ष क्षमा मांगना मंजूर तो किया, लेकिन उनकी नजर में सामाजिक भागीदारी से कमजोर ओबीसी समाज से माफी मांगना उनकी शान के खिलाफ है।
हेमंत द्विवेदी ने कहा कि राहुल गांधी को सजा हुए एक सप्ताह बीत गया है। न्यायालय में दोषी साबित होने के बावजूद वह अब तक उच्च न्यायालय की शरण में नहीं गए। वह खुद को पीड़ित दर्शा कर राहुल व उनके कांग्रेस समर्थक आंदोलन के माध्यम से राजनीतिक रोटी सेकने की कोशिश कर रहे हैं। उनका ऐसा करना दर्शाता है कि उनकी नजर में देश के करोड़ों पिछड़े वर्ग से जुड़े लोगों का कोई सम्मान नहीं है और अहंकार के साथ राजनीति करना उनकी प्राथमिकता है। भाजपा प्रदेश प्रवक्ता हेमंत द्विवेदी ने आगे कहा कि कांग्रेस सिर्फ घोषणाओं में अपने राजनीतिक आंदोलन चला रही है। एक ओर हाथ से हाथ जोड़ो का दावा करते हैं तो दूसरी तरफ जय भारत सत्याग्रह का, फिर मेरा घर, राहुल का घर और अब महीने भर आंदोलन का कार्यक्रम। हेमंत द्विवेदी ने विपक्ष द्वारा किये जा रहे इस विरोध पर तीखी टिप्पणी करते हुए कहा कि संगठनविहीन कांग्रेस का एक साथ कई राजनीतिक आंदोलन की घोषणाएं हास्यपद है, जो कि सिर्फ मीडिया में बयानबाजियों के माध्यम से चल रहे हैं। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि अगर समय रहते कांग्रेस थोड़ी भी मेहनत राहुल को लेकर कोर्ट में कर लेती तो आज उन्हें राजनैतिक अभियान चलाने की घोषणा नही करनी पड़ती। कांग्रेस को पहले अपनी पार्टी बचाने और फिर पार्टी में लोकतंत्र बचाने की चिंता करनी चाहिए। रही देश मे लोकतंत्र की बात तो वह पीएम मोदी के नेतृत्व में बेहद मजबूत है।
उन्होंने जी20 की पहली बैठक का रामनगर में सफल आयोजन कर पीएम नरेंद्र मोदी के विश्वास पर खरा उतरने के लिए सरकार एवं समस्त प्रदेशवासियों को बधाई दी। कहा कि स्वास्थ्य, वन एवं पर्यावरण के विषयों पर हुए मंथन से बनने वाली नीतियां वसधैव कुटुंभकम्मस के साथ स्वयं प्रदेश के लिए भी कल्याणकारी होंगी। साथ ही सम्मेलन में देश-विदेश के वैज्ञानिकों और विशेषज्ञों ने मानव, पशु और वाइल्ड लाइफ की सर्विलासिंग और आपसी समन्वय को लेकर जो अनुभव साझा किये, वह उत्तराखंड जैसे वन और वन्यजीव बहुल प्रदेश के बेहद मददगार साबित होंगे।
उन्होंने जी20 सम्मेलन पर विपक्षियों द्वारा फैलाये जा रहे भ्रम पर टिप्प्णी करते हुए कहा कि विपक्ष बैठक में विभिन्न देशों के मंत्रियों के प्रदेश में आने के बजाय औपचारिता के लिए कुछ अधिकारी भेजेने की बात कह रहा है। जो दुभार्ग्य पूर्ण है। उन्होंने कहा कि ऐसे लोग राजनीति, नेतागिरी और नकारात्मकता से आगे सोच ही नहीं सकते है। इस सम्मिट में स्वास्थ्य, पर्यावरण, वन्य जीव आदि तमाम विषयों से जुड़े विभिन्न देशों के नीति निर्धारक सलाहकार शामिल हुए हैं।

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