उत्तराखण्ड को कोयला खदान का आवंटन
देहरादून। उत्तराखंड राज्य को छत्तीसगढ़ में कोयला खदान के लिए पटृा मिल गया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी लंबे समय से कोयला खदान के आवंटन के प्रयास कर रहे हैं। केंद्र सरकार और राज्य सरकार के प्रयास से अब राज्य को छत्तीसगढ़ में कोयला खदान का आवंटन हो गया है। जल्द सरकार द्वारा छत्तीसगढ़ या फिर उड़ीसा में अपना थर्मल पावर प्लांट लगाया जाएगा जिससे राज्य को अपनी जरूरत के लिए पर्याप्त बिजली मिल सकेगी। इस आशय की जानकारी देते हुए सचिव आर.मीनाक्षी सुंदरम द्वारा बताया गया कि राज्य को 365 दिन और 24 घंटे बिजली मिल सके इसके लिए यह जरूरी था कि राज्य के पास अपना भी कोई थर्मल पावर प्लांट हो। राज्य के पास अब तक अपना कोई भी थर्मल पावर प्लांट नहीं था और राज्य के पास अपने बिजली उत्पादन के जो संसाधन थे उनसे उतनी बिजली नहीं मिल पा रही है और न सौर ऊर्जा से ही काम चल पा रहा था क्योंकि रात के समय सौर ऊर्जा का मीटर डाउन हो जाता था वही क्लॉउडी सीजन में भी उतनी बिजली नहीं मिल पा रही थी।
उन्होंने कहा कि उत्तराखंड सरकार अब इस कोयला खदान के आवंटन के बाद अपना 2000 मेगावाट का एक थर्मल पावर प्लांट लगाएगी जिससे 1320 मेगावाट बिजली का उत्पादन हो सकेगा। उन्होंने जानकारी दी कि थर्मल पावर प्लांट को झारखंड या फिर उड़ीसा में लगाया जाएगा इसके लिए जल्द ही टेंडर प्रक्रिया पूरी की जाएगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार और मुख्यमंत्री धामी की तरफ से इसके लिए लंबे समय से प्रयास किये जा रहे थे। वह कई बार केंद्रीय ऊर्जा मंत्री से इस बाबत वार्ता कर चुके थे तथा कोयला मंत्री से भी उनकी वार्ता जारी थी अब कोयला खनन का आवंटन होने से जल्द थर्मल पावर प्लांट पर काम शुरू हो सकेगा। उन्होंने कहा कि एनटीपीसी के जरिए यह बिजली उत्तराखंड राज्य को मुहैया कराई जाएगी।