बारिश ने बढ़ाई मुसीबत, पांच घंटे बंद रहा गंगोत्री हाईवे

उत्तरकाशी। उत्तराखंड में बारिश से लोगों को कुछ राहत को मिली है, लेकिन मुश्किले कम नहीं हुई है। गुरुवार तीन जुलाई को मूसलाधार बारिश के कारण भटवाड़ी में चड़ेथी और पापड़गाड के बीच गंगोत्री हाईवे का करीब 20 मीटर हिस्सा भू-धंसाव के कारण धंस गया था। इस वजह से करीब हाईवे करीब पांच घंटे तक बांधित रहा है। बीआरओ (बॉर्डर रोड ऑर्गेनाइजेशन) ने सड़क के गड्ढों को भर कर आवाजाही शुरू करवाई।
दूसरी ओर संगलाई के पास भी पहाड़ी से भूस्खलन हो गया था, जिस वजह से रोड पर करीब सात घंटे वाहनों का लंबा जाम लगा रहा, जिससे तीर्थयात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। बता दें कि बुधवार देर रात में हुई बारिश के बाद यमुनोत्री हाईवे पर सिलाई बैंड से लेकर फूलचट्टी तक कई स्थानों पर सड़क क्षतिग्रस्त होने के कारण स्थानीय लोगों और यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। हालांकि पैदल आवाजाही क्यूआरटी टीम, पुलिस और एसडीआरएफ की ओर से सुचारू करवाई गई, लेकिन अभी भी गीठ पट्टी के कई गांव का संपर्क तहसील मुख्यालय से टूटा हुआ है।
गंगोत्री हाईवे पर भूस्खलन होने के कारण नेताला, हेलगुगाड और संगलाई के समीप हाईवे करीब पांच से सात घंटे बंद रहा। सबसे अधिक मुसीबत यात्रियों और स्थानीय लोगों को भटवाड़ी में चड़ेथी और पापड़गाड के बीच में गंगोत्री हाईवे का करीब 20 मीटर हिस्सा धंसने के कारण हुआ। वहां पर वाहनों की आवाजाही में लगातार खतरा बना हुआ है। क्योंकि वहां पर विगत कई वर्षों से सड़क पर भू-धंसाव का खतरा बना रहता है, लेकिन आज तक बीआरओ की ओर से वहां पर सड़क की मरम्मतीकरण के लिए कोई उचित मरम्मतीकरण की व्यवस्था नहीं की गई है।
आपदा प्रबंधन अधिकारी शार्दुल गुसांई ने बताया कि भूस्खलन क्षेत्र में सभी मशीने लगी हुई है। हाईवे बंद होने पर जल्द ही हाईवे खोला जा रहा है, जिससे स्थानीय लोगों और तीर्थयात्रियों को कोई दिक्कतें न हो।