आर्यन छात्र संगठन के प्रत्याशी नीरज पंचोली का नामांकन रद्द होने पर छात्रों ने जमकर हंगामा

श्रीनगर। उत्तराखंड के एक मात्र केंद्रीय विश्वविद्यालय गढ़वाल विवि में इन दिनों छात्र संघ चुनाव की सरगर्मियां तेज हो गयी हैं। ताजा घटना क्रम में गुरुवार देर रात तक विवि परिसर में हाई वोल्टेज ड्रामा चलता रहा। यहां नामांकन की घोषणा के बाद आर्यन छात्र संगठन के प्रत्याशी नीरज पंचोली का नामांकन रद्द होने पर छात्रों ने जमकर हंगामा किया।
इस दौरान नीरज ने अपने ऊपर ज्वलनशील पदार्थ छिड़क दिया। इसके साथ ही छात्र सीनेट हाल के बाहर जमकर नारेबाजी करते हुए नजर आए। इस दौरान विवि में भारी पुलिस बल को भी तैनात किया गया था। छात्रों ने चुनाव समिति से नामांकन रद्द किए जाने का स्पष्टीकरण मांगा। स्पष्टीकरण नहीं मिलने पर आंदोलन जारी रखने की भी चेतावनी विवि को दी है।
इस दौरान पूर्व महासचिव प्रदीप सिंह, राम प्रकाश, देवकांत देवराड़ी ने आरोप लगाया कि चुनाव अधिकारी ने गलत आधार पर नामांकन रद्द किया गया है। कहा कि प्रत्याशी का नामांकन वैध है। प्रत्याशी के सभी दास्तावेज सही हैं। इसके बावजूद भी नामांकन निरस्त किया गया है। उन्होंने ग्रीवांस कमेटी से नामांकन को लेने की मांग की है। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि नामांकन सही नहीं माना जाता है, तो वह छात्र संघ चुनाव प्रभावित करेंगे।
छात्रों के बवाल को देखते हुए मौके पर पहुंची उपजिलाधिकारी नुपूर वर्मा और अपर पुलिस अधीक्षक जया बलूनी की मध्यस्थता में आर्यन छात्र संगठन के नेताओं और चुनाव समिति के बीच वार्ता हुई। एएसपी जया बलूनी ने कहा कि किसी भी छात्र को कानून व्यवस्था अपने हाथ में नहीं लेने दी जाएगी। इसलिए बड़ी संख्या में पुलिस बल को विवि में तैनात किया गया है। एएसपी ने कहा कि नामांकन रद्द होने के मामले में ग्रीवांस सेल आगे का फैसला लेगी। छात्रों को यथा स्थिति के सम्बद्ध में विवि के चुनाव अधिकारी द्वारा बता दिया जाएगा। इस वार्ता के बाद भी शुक्रवार सुबह छात्रों का धरना जारी रहा।
गढ़वाल विवि के मुख्य चुनाव अधिकारी प्रो। सतीश चंद्र सती ने बताया कि सचिव और कोषाध्यक्ष पद पर नामांकन पत्र पूरे न होने और अवैध होने के कारण उनके नामांकन को निरस्त किया गया है। मुख्य चुनाव अधिकारी प्रो। एससी सती ने बताया कि निरस्त हुए नामाकंन पर प्रत्याशी स्पष्टीकरण के लिए ग्रीवांस प्रकोष्ठ में लिखित में अपनी शिकायत दर्ज कर सकते हैं।