लापता महिला और उसकी आठ महीने की दुधमुंही बच्ची का शव जंगल में मिला
रूद्रपुर। उधमसिंहनगर जिले के शक्तिफार्म में तीन दिन पूर्व मायके से लापता महिला और उसकी आठ महीने की दुधमुंही बच्ची का शव जंगल में मिला। महिला एक पेड़ पर फंदे से लटकी मिली, जबकि पुत्री का शव जमीन पर पड़ा था। महिला अपनी पुत्री के अन्नप्राशन कार्यक्रम के लिए एक सप्ताह पूर्व अपने आठ वर्षीय पुत्र और बच्ची के साथ मायके रूदपुर गांव आई थी।
रूदपुर ग्रामसभा निवासी जोगेश हालदार की पुत्री पिंकी (33) का विवाह दस वर्ष पूर्व पीलीभीत (यूपी) के गांधीनगर निवासी निताई हालदार के साथ हुआ था। पिंकी आठ महीने की पुत्री जान्हवी के अन्नप्राशन कार्यक्रम के लिए अपने आठ वर्षीय पुत्र यश व पुत्री के साथ 29 मई को अपने मायके रूदपुर गांव आई थी। बुधवार को पुत्री का अन्नप्राशन कार्यक्रम हुआ था। मायके के लोगों ने बताया कि अन्नप्राशन कार्यक्रम के बाद पिंकी ससुरालियों पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाते हुए ससुराल जाने में आनाकानी करने लगी। पिंकी तीन दिन पहले शनिवार सुबह चार बजे अपनी अबोध बच्ची के साथ घर से कहीं चली गई। थाने में गुमशुदगी दर्ज कराने के बाद परिजन पिंकी और बच्ची को तलाशने में जुटे थे।
सोमवार को ग्रामीणों को गांव के पास सूखी नदी से डेढ़ किमी दूर जंगल में पिंकी का शव एक पेड़ में फंदे पर लटका मिला। पास ही आठ महीने की अबोध बच्ची का शव पड़ा था। सूचना पर सीओ ओमप्रकाश शर्मा, कोतवाल प्रकाश दानू और चौकी प्रभारी संजीत यादव ने मौके पर पहुंच शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। बेटी व उसकी मासूम बच्ची की मौत से मायके में मातम पसर गया। मायके पक्ष का कहना था कि अन्नप्राशन कार्यक्रम के लिए आई पिंकी काफी गुमसुम व उदास थी। शुक्रवार को पिंकी की उसके पति के साथ फोन पर बात हुई थी जिसके बाद से पिंकी पूरी तरह असहज थी। इधर सीओ ओमप्रकाश ने बताया कि प्रथम दृष्ट्या बच्ची को गला घोंटकर या जहर देकर मारने के बाद महिला के फांसी लगाना प्रतीत हो रहा है। पोस्टमार्टम के बाद ही मौत के सही कारणों का पता चल सकेगा। कहा कि परिजनों की ओर से तहरीर मिलने पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।