भगवान् तो भक्त के भक्ति भाव के आधीन हैंः आचार्य विपिन कृष्ण

देहरादून। सरस्वती विहार विकास समिति अजबपुर खुर्द देहरादून द्वारा शिव शक्ति मंदिर सरस्वती विहार में आयोजित शिव महापुराण के दसवें दिन की कथा में कथा व्यास आचार्य विपिन कृष्ण काण्डपाल ने द्वादश ज्योतिर्लिंग का वर्णन करते हुए कहा कि जो जिस भाव को लेकर प्रभु का भजन करता है। भगवान् उसकी मनोकामना की पूर्ति अवश्य करते हैं। भगवान् तो भक्त के भक्ति भाव के आधीन हैं। उन्होंने कहा कि कथा सुनने से जीवन में परिवर्तन आता है। असत को छोड़कर व्यक्ति सत्पथ को पकड़ता है और सत्पथ ही कल्याण का मार्ग है। उन्होंने कहा कि अपने बच्चों को भी मन्दिर, सत्संग में जाने की आदत डलवाओ ताकि वे कुमार्ग में जाने से बचे रहेंगे अन्यथा आज की युवा पीढी का झुकाव कुसंग में ज्यादा है। और धर्म की तरफ कम है. समिति के अध्यक्ष श्री पंचम सिंह बिष्ट ने सहयोग देने के लिए सभी महानुभावों का आभार एवं धन्यवाद प्रकट किया, और कहा कि आप सभी लोगों का ऐसे ही सहयोग मिलता रहा तो भविष्य में शिव शक्ति मंदिर में ऐसे ही भव्य एवं दिव्य कार्यक्रम लगातार किए जाएंगे. समिति के सचिव श्री गजेंद्र भंडारी ने शिव शक्ति मंदिर के भव्य निर्माण कार्य एवं शिव महापुराण में सहयोग करने वाले महानुभावों का व्यासपीठ से आशीर्वाद दिलाया और साथ ही आशा व्यक्त की आगे भी आप सभी का सहयोग एवं मार्गदर्शन समिति को मिलता रहेगा।
इस अवसर पर समिति के अध्यक्ष पंचम सिंह बिष्ट वरिष्ठ उपाध्यक्ष बीएस चैहान पूर्व अध्यक्ष बी पी शर्मा, उपाध्यक्ष कैलाश राम तिवारी सचिव गजेंद्र भंडारी, वरिष्ठ मंत्री अनूप सिंह फर्त्याल, मंदिर संयोजक मूर्ति राम बिजलवान, सह संयोजक दिनेश जुयाल, कोषाध्यक्ष विजय सिंह रावत, कनिष्ठ मंत्री सुबोध मैठानी, प्रचार सचिव सोहन सिंह रौतेला, मंगल सिंह कुट्टी, जय प्रकाश सेमवाल, बगवालिया सिंह रावत, सी एम पुरोहित, जयपाल सिंह बत्वाल, आशीष गुसाईं, दीपक काला, गब्बर सिंह कैंतूरा, आचार्य उदय प्रकाश नौटियाल, आचार्य सुशांत जोशी, आचार्य अखिलेश बधानी, सुरेंद्र पाल अरोड़ा, राजेंद्र सिंह नेगी, लेखराज सिंह बिष्ट, विनोद मंमगाई, आदि उपस्थित थे।