बच्चों के बीच पहुंच डीएम मनीष कुमार बने शिक्षक

चंपावत। जिलाधिकारी मनीष कुमार जिला लाइब्रेरी के औचक निरीक्षण के दौरान एक शिक्षक की भूमिका में छात्रों के सामने नजर आए। लाइब्रेरी में अध्ययनरत छात्रों को जिलाधिकारी ने ट्रिग्नोमेट्री के जहां सिद्धांत समझाइए, वही मानचित्र अध्ययन की बारीकियां को बेहद सरल तरीके से समझाया। जिलाधिकारी के शिक्षक स्वरूप को देखकर जिला लाइब्रेरी में अध्ययनरत छात्र भी बेहद खुश नजर आए। डीएम मनीष कुमार ने छात्रों से विभिन्न विषयों पर संवाद किया। साथ ही अध्ययन के दौरान होने वाली परेशानियों के विषय में जानकारी ली और उनके निराकरण के लिए आश्वस्त किया।
जिलाधिकारी मनीष कुमार जिला लाइब्रेरी के निरीक्षण के दौरान नए रूप में नजर आए। लाइब्रेरी में अध्ययन कर रहे छात्रों को एक शिक्षक के रूप में जिलाधिकारी नहीं ट्रिग्नोमेट्री के सिद्धांत व मानचित्र अध्ययन की बारीकियां सिखाई। साथ ही छात्रों से संवाद कर उन्हें विषयों को रटने की जगह समझने के सिद्धांत पर अपनी स्टडी को आगे बढ़ने का सुझाव दिया। वहीं लाइब्रेरी में अध्ययन कर रहे छात्रों से संवाद कर उनकी समस्याओं को सुन उनके निराकरण हेतु निर्देश जारी किए। इस दौरान शिक्षक के रूप जिलाधिकारी ने छात्रों की करियर काउंसलिंग कर भविष्य के लिए महत्वपूर्ण सुझाव दिए।
इस दौरान पुस्तकालय में कंप्यूटर व स्टडी केबिन की स्थापना, एसी की व्यवस्था, साउंड एवं मोशन रिकॉर्डिंग युक्त सीसीटीवी कैमरों की स्थापना जैसे सुझाव छात्रों ने दिए। जिसके लिए जिलाधिकारी ने छात्रों को आश्वासन दिया कि जल्द इस दिशा में कार्य किया जाएगा। डीएम ने लाइब्रेरियन को स्पष्ट निर्देश दिए कि लाइब्रेरी में किसी प्रकार की अशांति उत्पन्न करने वाले तत्वों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित की जाए, ताकि अध्ययन का शांत वातावरण बना रहे।छात्रों ने जिलाधिकारी के समक्ष पाटी और रीठा साहिब क्षेत्र में पुस्तकालय खोले जाने की भी मांग रखी।