टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड ने जीता प्रथम राजभाषा कीर्ति पुरस्कार

ऋषिकेश। टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक आर के. विश्नोई ने अवगत कराया कि भारत सरकार, गृह मंत्रालय, राजभाषा विभाग द्वारा 14 सितंबर को निगम को राजभाषा नीति के श्रेष्ठ कार्यान्वयन के लिए श्टीएचडीसी इंडिया लिमिटेडश् को वर्ष 2023-24 के राजभाषा कीर्ति पुरस्कार के अंतर्गत क क्षेत्र के सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों की श्रेणी के अंतर्गत प्रथम पुरस्कार से पुरस्कृत किया गया है। यह राजभाषा कार्यान्वयन के क्षेत्र में निगम की बड़ी उपलब्धियों में से एक है और इसके पीछे निगम के प्रत्येक अधिकारी व कर्मचारी की निगम में राजभाषा कार्यान्वयन को सुदृढ़ करने की प्रतिबद्धता स्पष्ट दृष्टिगोचर होती है। निगम के सभी कर्मचारी इसके लिए बधाई के पात्र हैं। यह पुरस्कार भारत सरकार, गृह मंत्रालय, राजभाषा विभाग द्वारा भारत मंडपम्, नई दिल्ली में आयोजित किए गए हिंदी दिवस के भव्य समारोह एवं चतुर्थ अखिल भारतीय राजभाषा सम्मेलन में केंद्रीय गृहमंत्री, अमित शाह के कर-कमलों से टीएचडीसी के निदेशक(वित्त), सिपन कुमार गर्ग ने प्राप्त किया। समारोह में गृह राज्यमंत्री, नित्यानंद राय, संसदीय राजभाषा समिति के सदस्य, भृतहरि महताब, प्रख्यात कवि हरिओम पंवार, राजभाषा विभाग की सचिव, अंशुली आर्या, संयुक्त सचिव, डॉ मीनाक्षी जौली सहित अनेक गणमान्य विद्वान व्यक्ति उपस्थित थे। समारोह में हिंदी के क्षेत्र में उल्लेखनीय उपलब्धियां दर्ज करने वाले अनेक विद्वानों के साथ-साथ पूरे देश के केंद्र सरकार के मंत्रालयों, संस्थानों, कार्यालयों, स्वायत्तशासी निकायों के प्रमुख एवं विभिन्न समितियों के अध्यक्ष, राजभाषा अधिकारी एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
शैलेन्द्र सिंह, निदेशक(कार्मिक), टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड एवं अध्यक्ष, नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति, हरिद्वार ने टीएचडीसी के सभी अधिकारियों व कर्मचारियों को इस अवसर पर बधाई देते हुए कहा कि टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड अपने विद्युत उत्पादन के मूल कार्य के साथ-साथ राजभाषा हिंदी के कार्यान्वयन में भी अग्रणी भूमिका निभा रही है। राजभाषा के क्षेत्र में निगम की क्षमताओं को दृष्टिगत रखते हुए राजभाषा विभाग ने टीएचडीसी को हरिद्वार एवं टिहरी की नगर राजभाषा कार्यान्वयन समितियों का दायित्व भी सौंपा हुआ है। जिसका निर्वहन टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड पिछले 07 वर्षों से कर रही है। निगम में राजभाषा कार्यान्वयन को सुदृढ़ करने के साथ ही टीएचडीसी के राजभाषा अधिकारी इन समितियों के सदस्य संस्थानों में राजभाषा कार्यान्वयन सुनिश्चित करने में जुटे हुए हैं। पुरस्कार प्राप्त करने वाले निगम के निदेशक(वित्त), सिपन कुमार गर्ग ने कहा कि यह पुरस्कार इस बात का प्रतीक है कि टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड अपने सभी संवैधानिक एवं सांविधिक दायित्वों का निर्वाह करने के लिए कटिबद्ध है। संविधान में हिंदी को राजभाषा का दर्जा दिया गया है। निगम में राजभाषा हिंदी को पूर्ण रूप से स्थापित करने के निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। टीएचडीसी राजभाषा विभाग, गृह मंत्रालय, भारत सरकार के द्वारा जारी वार्षिक कार्यक्रम का अनुपालन करने का भरसक प्रयास कर रही है। 2023-24 के दौरान टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड के कारपोरेट कार्यालय सहित अनेक यूनिट कार्यालयों का संसदीय राजभाषा निरीक्षण हुआ है और विद्युत मंत्रालय के अधिकारियों के द्वारा भी निगम के विभिन्न कार्यालयों व यूनिटों का राजभाषा निरीक्षण किया गया जिनके दौरान निरीक्षणकर्ता अधिकारियों के द्वारा निगम में राजभाषा के कार्यान्वयन पर उत्कृष्टतापूर्ण टिप्पणी की गई है। टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड की ओर से सिपन कुमार गर्ग, निदेशक (वित्त) के साथ ईश्वर दत्त तिग्गा, अपर महाप्रबंधक (मा.सं.एवं प्रशा.), रोबिन सिंघल, वरि.प्रबंधक (वित्त), पंकज कुमार शर्मा, उप प्रबंधक (राजभाषा) सहित हिंदी अनुभाग के अनेक वरिष्ठ एवं कनिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

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