चार धाम यात्रा के आंकड़ो मे फर्जीवाड़ा – अब बदल गयी नियमावली

उत्तराखंड चारधाम यात्रा
में एसओपी के अनुसार यात्रा चलने मे तकनीकी दिक्कत सामने आने पर देवस्थानम बोर्ड ने अपनी भूल सुधार करते हुए नया संशोधन जारी किया है | दरअसल देश भर के लोग चार धाम यात्रा के लिए देवस्थानम बोर्ड की वैबसाइट पर तो पंजीकरण करवा रहे थे पर यात्रा पर नहीं आ रहे थे ऐसे मे वे लोग न तो खुद ही यात्रा कर रहे थे और न दूसरों को ही यात्रा करने दे रहे थे – बताते चले कि कोरोना गाइड लाइन के चलते चरो धामो मे यात्रियो कि संख्या पूर्व निर्धारित है , इस फर्जीवाड़े से पर्यटन से जुड़े कारोबारियों को नुकसान झेलना पड़ रहा था , एक तो कपाट बंद होने मे कम समय शेष रह गया वही यात्रियो के आंकड़े मे फर्जीवाड़ा चल रहा था | नए नियम के अनुसार जो लोग पंजीकरण के बाद भी यात्रा पर नहीं आते है उनके स्थान पर अन्य लोगो को आने दिया जाएगा
देहरादून: 25 सितंबर। उत्तराखंड चारधाम यात्रा 2021 संचालन हेतु माननीय उच्च न्यायालय नैनीताल के आदेश के क्रम में उत्तराखंड शासन के धर्मस्व विभाग द्वारा जारी एसओपी में तीर्थ यात्रियों की संख्या निर्धारित की गयी थी । शासन के संज्ञान में आया है कि 18 सितंबर से शुरू हुई चारधाम यात्रा में देवस्थानम बोर्ड की वेबसाइट www.devasthanam.uk.gov.in मे पंजीकृत तीर्थयात्रियों में से प्रतिदिन कम श्रद्धालु चारों धाम पहुंच रहे है। अत: एसओपी के अनुसार श्री बदरीनाथ धाम हेतु 1000 ( एक हजार),श्री केदारनाथ हेतु 800( आठ सौ) श्री गंगोत्री हेतु 600 (छ: सौ) श्री यमुनोत्री हेतु 400 (चार सौ) तीर्थयात्री प्रतिदिन चारों धाम पहुंच सके इस संबंध में प्रदेश के धर्मस्व विभाग ने आदेश जारी किया गया। आज धर्मस्व एवं तीर्थाटन सचिव श्री हरिचंद्र सेमवाल की ओर से धर्मस्व विभाग के अनुसचिव श्री प्रेम सिंह राणा द्वारा तत्काल प्रभाव से आदेश जारी हुआ है