सरकार में जैन समाज के लोगों की भागीदारी हो

देहरादून। भारतीय जैन मिलन की देहरादून स्थित सभी जैन मिलन इकाइयों की एक सभा जैन धर्मशाला में आयोजित की गयी। सभा संचालन डा संजीव जैन ने किया। सभा में राष्ट्रीय महामंत्री नरेश जैन ने आहवान किया कि आज आवश्यकता है़ कि अपनी संस्कृति की रक्षा हेतु सरकार में जैन समाज के लोगों की भागीदारी होनी चाहिए। जैन समाज ने सदैव देश की संस्कृति का संरक्षण एवं संवर्धन किया है।’
सम्राट चंद्रगुप्त मौर्य जैसे अनगिनत यशस्वी सम्राटों एवं भामाशाह जैसे दानवीरों से गौरवान्वित जैन समाज ने देश के स्वतंत्रता संग्राम में अपना उल्लेखनीय योगदान दिया है। मगर वैश्य (बनिया) माने जाने वाला जैन समाज स्वयं को उपेक्षित एवं ठगा सा महसूस कर रहा है। एक समय देश की संसद में जैन समाज के 44 सांसद थे, मगर आज एक भी नहीं। एक समय हमारे कई मुख्यमंत्री, राज्यपाल एवं केंद्रीय मंत्री थे। आज शून्य हो गए हैं।
हमारी लड़ाई अपना हक लेने की है। लोकसभा के चुनाव में किसी भी राजनैतिक दल ने एक भी जैन प्रत्याशी को टिकट नहीं दिया। दिल्ली विधानसभा के चुनाव में आप पार्टी द्वारा सत्येंद्र जैन को टिकट दिया गया। अन्य किसी भी राजनैतिक दल ने एक भी जैन को अपना उम्मीदवार नहीं बनाया। उत्तराखंड/उत्तर प्रदेश के 2017 के चुनाव में भी यह दुर्भाग्य रहा कि राजनैतिक दलों ने किसी जैन प्रत्याशी को टिकट नहीं दिया।
हमारी लड़ाई अपना हक लेने की है। उत्तर प्रदेश की बात करें तो हम आज 90 विधानसभा क्षेत्रों में निर्णायक स्थिति में है। उत्तराखंड में हम पांच विधानसभा क्षेत्रों को प्रभावित करते हैं। हमारी सहनशीलता को हमारी कमजोरी माना जा रहा है। जब प्रदेश में विधायक ही नहीं होगा तो मंत्री कैसे बनेगा। हमारा उद्देश्य सत्ता का उपयोग करना नहीं है। हमारा उद्देश्य अपनी गौरवशाली संस्कृति की रक्षा करना है। जब सभी समाजों, वर्गों, जातियों व धर्मों को प्रतिनिधित्व दिया जाता है तो हमें क्यों नहीं। हम जिस पार्टी को अपनी वोट देंगे, उसे जिताने में अपना निर्णायक समर्थन भी देंगे। परन्तु हम उससे सत्ता में भागीदारी भी लेंगे। सब राज्यों में हमें हमारा उचित एवं यथोचित प्रतिनिधित्व देना होगा। यह हमारे हक की लड़ाई है, जो हमें प्राप्त करनी है। सभा को संदीप जैन क्षेत्रीय कार्यकारी अध्यक्ष, मधु जैन केंद्रीय महिला संयोजिका, मानवाधिकार चैयरमेन सचिन जैन, संजीव जैन, सुनील जैन, राहुल जैन, राकेश जैन, नवीन जैन, अलका जैन ने भी संबोधित किया।

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