गोवा नाइट क्लब की आग में जले सतीश का शव टिहरी लाया जाएगा
देहरादून। गोवा के नाइट क्लब में शनिवार रात को आग लगने से 25 लोगों की मौत हो गई। इन 25 लोगों में पांच उत्तराखंड के भी थे, जिनके घर इस घटना के बाद मातम पसरा हुआ है। उत्तराखंड के टिहरी गढ़वाल के रहने वाले 24 साल के सतीश राणा भी गोवा में कुछ सपने लेकर गए थे, लेकिन इस अग्निकांड ने उनकी भी जान ले ली। सतीश राणा घर में अकेले कमाने वाले थे। सतीश राणा की मौत की खबर से पूरे गांव में मातम पसरा हुआ है। गोवा के जिस नाइट क्लब में आग लगी थी, सतीश राणा वहां पर बीते कई सालों से काम कर रहे थे। सतीश राणा मूल रूप से टिहरी गढ़वाल जिले के चाह गाडोलिया गांव के रहने वाले थे।
सतीश राणा के ऊपर अपने माता-पिता के साथ-साथ छोटे भाई की पढ़ाई की जिम्मेदारी भी थी। 24 साल की उम्र में ही सतीश राणा ने अपने पूरे परिवार की जिम्मेदारी को उठा रखी थी। सतीश राणा की दो बहनें भी हैं, जिनकी शादी हो चुकी है। परिजन अब सतीश राणा की शादी कराने का विचार कर रहे थे। लेकिन सतीश राणा का सपना अपने छोटे भाई को पढ़ा लिखाकर कामयाब बनाने का था। सतीश राणा की मौत ने न सिर्फ उनके परिवार, बल्कि गांव वालों को भी गहरा सदमा दिया है।
बताया जा रहा है कि गोवा नाइट क्लब अग्निकांड में सतीश राणा बुरी तरह के झुलस गए थे। गंभीर अवस्था में उन्हें गोवा के एक अस्पताल में भर्ती करवाया गया था, जहां पर उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई। सतीश का परिवार गांव में ही छोटी-मोटी खेती बाड़ी करता है। टिहरी से बीजेपी विधायक किशोर उपाध्याय ने बताया कि उन्होंने इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से बात की है। राज्य सरकार हर पीड़ित के साथ खड़ी है। परिवार की जो भी सहायता होगी, वह उपलब्ध कराई जाएगी। सतीश का शव आज शाम तक टिहरी गढ़वाल लाया जाएगा। उत्तराखंड के पांच अलग-अलग जनपदों के रहने वाले युवक इस हादसे का शिकार हुए हैं। बता दें कि इस घटना के बाद मुख्यमंत्री धामी ने गोवा सरकार से अनुरोध किया है कि अगर किसी भी प्रभावित व्यक्ति की पहचान उत्तराखंड निवासी के रूप में होती है, तो उनके परिजनों से तत्काल संपर्क स्थापित किया जाए और आवश्यक सहायता की जाए। गोवा के मुख्यमंत्री ने सीएम को आश्वस्त किया कि सभी प्रभावितों को आवश्यक चिकित्सा और प्रशासनिक सहयोग उपलब्ध कराया जा रहा है।
