होपेटाउन गर्ल्स स्कूल की छात्राओं ने देहरादून में यातायात की स्थिति पर सरकार के प्रतिनिधियों को प्रस्तुत की विस्तृत रिपोर्ट
देहरादून। होपेटाउन गर्ल्स स्कूल की छात्राओं अहाना गुप्ता, अक्षमा और अरवा एच. वानी ने देहरादून स्थित सोशल डेवलपमेंट फॉर कम्युनिटीज फाउंडेशन के सहयोग से देहरादून के वरिष्ठ सरकारी और प्रशासनिक अधिकारियों को देहरादून का यातायात स्थितिरू एक बढ़ती चिंताष् नामक एक विस्तृत और विचारपूर्ण रिपोर्ट प्रस्तुत की। यह रिपोर्ट छात्रों द्वारा अनुसंधान, सहयोग और विश्लेषण पर आधारित है, जिसे उनके शिक्षक की मार्गदर्शन में तैयार किया गया। यह रिपोर्ट देहरादून के जिलाधिकारी, साविन बंसल और एसपी यातायात, घ्,मुकेश ठाकुर को सौंपी गई। रिपोर्ट में शहर के यातायात संबंधित प्रमुख समस्याओं जैसे कि भीड़-भाड़, यातायात का बढ़ता दबाव, इसके पर्यावरणीय और नागरिकों की मानसिक स्थिति पर प्रभाव पर चर्चा की गई है। इसके अलावा, रिपोर्ट में हॉपेटाउन गर्ल्स स्कूल की छात्राओं द्वारा इन मुद्दों पर चर्चा करने के लिए आयोजित किए गए राउंड टेबल की जानकारी दी गई है और समाधान एवं कार्ययोजना की एक व्यापक सूची भी प्रस्तुत की गई है।
इस पहल पर बात करते हुए हॉपेटाउन गर्ल्स स्कूल की प्रधानाचार्या, माया नोरुला ने कहा, “यह पहल हमारे विद्यार्थियों में जिम्मेदार नागरिकता की भावना को बढ़ावा देने और उन्हें समाजिक चुनौतियों पर सार्थक संवाद में शामिल करने की हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाती है। हम उनके परिश्रम और समर्पण पर गर्व महसूस करते हैं।” एसडीसी फाउंडेशन के संस्थापक, अनूप नौटियाल ने कहा, “यह आवश्यक है कि युवाओं को सामाजिक कार्य में प्रोत्साहित किया जाए ताकि वे इन महत्वपूर्ण मुद्दों के लिए जिम्मेदारी निभा सकें।”
जिलाधिकारी साविन बंसल और एसपी घ्मुकेश ठाकुर ने इस रिपोर्ट को प्राप्त करते हुए छात्राओं की सराहना की और कहा, “यह देखकर अच्छा लगता है कि घ्शहर के युवा इन महत्वपूर्ण मुद्दों पर गहरे विचार कर रहे हैं। यह रिपोर्ट हमारे नीति चर्चाओं में मूल्यवान दृष्टिकोण प्रदान करती है, जिसे हम ध्यान में रखेंगे।” छात्राओं ने इस परियोजना पर काम करने के अपने विभिन्न अनुभव साझा किए, जिसमें टीमवर्क, अनुसंधान कौशल और नागरिक भागीदारी की महत्ता पर जोर दिया। हॉपेटाउन गर्ल्स स्कूल और एसडीसी फाउंडेशन ने इसी तरह की शहरी समस्याओं पर अकादमिक और वास्तविक दुनिया के प्रभावों को जोड़ने वाली पहलों पर सहयोग करने की प्रतिबद्धता जताई है, ताकि छात्र समाज में सक्रिय योगदानकर्ता बन सकें।