स्मार्ट और प्रासंगिक स्वास्थ्य बीमा समाधान देने के लिए प्रतिबद्ध रिलायंस जनरल इंश्योरेंसः सीईओ, राकेश जैन

देहरादून। भारत में स्वास्थ्य बीमा का परिदृश्य चिकित्सा विज्ञान में प्रगति और ग्राहकों की बदलती उपचार आवश्यकताओं के अनुसार तेजी से विकसित हो रहा है। चिकित्सा विज्ञान में हो रही तीव्र प्रगति के कारण आज कई उपचारों के लिए लंबे समय तक अस्पताल में भर्ती रहने की आवश्यकता नहीं होती। रिलायंस जनरल इंश्योरेंस में हम समझते हैं कि आधुनिक स्वास्थ्य सेवा में बदलाव हो रहा है और बीमा को भी उसी के अनुरूप विकसित होना चाहिए। परंपरागत रूप से, किसी भी क्लेम को दायर करने के लिए कम से कम 24 घंटे की अस्पताल में भर्ती की आवश्यकता होती थी। लेकिन अब कम अवधि की प्रक्रियाएं आम होती जा रही हैं, जिससे यह मानक अब प्रासंगिक नहीं रह गया है। हमारे स्वास्थ्य बीमा योजनाएं, जैसे कि हेल्थ गेन पॉलिसी और हॉस्पी-केयर प्लान, इस वास्तविकता को ध्यान में रखते हुए तैयार की गई हैं। हेल्थ गेन पॉलिसी में मोतियाबिंद सर्जरी, एंजियोग्राफी या डायलिसिस जैसी कई डे केयर प्रक्रियाओं को कवर किया जाता है, जो कुछ ही घंटों में पूरी की जा सकती हैं, जिससे यह सुनिश्चित होता है कि ग्राहक अल्पकालिक अस्पताल प्रवास के दौरान भी आर्थिक रूप से सुरक्षित रहें। हमारी हॉस्पी-केयर पॉलिसी 140 से अधिक डे केयर प्रक्रियाओं के लिए एकमुश्त लाभ प्रदान करती है, जिससे क्लेम प्रक्रिया तेज और बिना झंझट के पूरी हो जाती है और ग्राहकों को लंबी कागजी प्रक्रिया से राहत मिलती है। हम चाहते हैं कि हमारे ग्राहक अपने इलाज पर ध्यान दें, न कि बीमा की औपचारिकताओं पर। पुराने प्रतिबंधों को हटाकर और अधिक लचीली व समावेशी योजनाएं पेश करके, रिलायंस जनरल इंश्योरेंस आज के भारत के लिए अधिक स्मार्ट और प्रासंगिक स्वास्थ्य बीमा समाधान देने के लिए प्रतिबद्ध है।

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