जीएसटी की दरों में बदलाव का सीएम धामी ने किया स्वागत

देहरादून। मोदी सरकार ने दिपावली से पहले आम आदमी को बड़ी राहत दी है। जीएसटी काउंसिल की 56वीं बैठक में जीएसटी स्लैब को कम किया है। जीएसटी स्लैब कम होने से तमाम समानों पर लगने वाला टैक्स का रेट कम हो जाएगा। नया जीएसटी स्लैब 22 सितंबर से लागू होगा। मोदी सरकार के इस फैसले का उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और पूर्व वित्त मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने स्वागत किया हैं।
जीएसटी स्लैब में किए गए बदलाव पर सीएम धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जो कहते हैं वो करते हैं। 15 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किला से ये कहा था कि दीपावली से पहले लोगों के जीवन को और अच्छा बनाने के लिए उपहार देंगे। जिसके तहत योजनाए लाएंगे और जीएसटी स्लैब ने बदलाव करेंगे।
सीएम धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के किसानों, मध्यम वर्गीय परिवारों के लिए करीब 175 से अधिक उत्पादों के जीएसटी स्लैब में बदलाव किया है। कई उत्पादों को जीएसटी फ्री भी कर दिया है, जो किसानों, मध्यम वर्गीय परिवारों और छात्रों को काफी राहत पहुंचाने वाला है। इसका लाभ दशहरे से पहले यानी 22 सितंबर से ही देशवासियों को मिलना शुरू हो जाएगा। इस पहल से न सिर्फ देश आगे बढ़ेगा बल्कि हर वर्ग के लोगों को उत्थान का अवसर मिलेगा।
उत्तराखंड के पूर्व वित्त मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि जीएसटी काउंसिल ने जीएसटी स्लैब को कम करते हुए दो स्लैब को रखा है। जिसके तहत अब जीएसटी के दायरे में आने वाले उत्पादों पर 5 फीसदी और 18 फीसदी का जीएसटी लगेगी।
साथ ही कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से लिया गया यह निर्णय न सिर्फ ऐतिहासिक फैसला है, बल्कि जनता को राहत देने वाला फैसला है। इस निर्णय से एमएसएमई को फायदा होने के साथ ही रोजगार के अवसर पर बढ़ेंगे। व्यक्तिगत जीवन बीमा पर पहले 18 परसेंट का जीएसटी लगता था, उसे जीएसटी मुक्त कर दिया गया है। इसके अलावा छात्रों से संबंधित तमाम प्रोडक्ट्स पर पहले जीएसटी 12 प्रतिशत लगता था, जिसे 0 प्रतिशत कर दिया गया है।
केंद्र सरकार ने जीएसटी स्लैब को दो स्तरों में बांटा है, जिसके तहत उत्पादों पर 5 फीसदी और 18 फीसदी का टैक्स लगेगा। इसके साथ ही तमाम वस्तुओं को जीएसटी फ्री भी कर दिया गया है। भारत सरकार के इस निर्णय के बाद देश के किसानों, गरीबों और मध्यम वर्गीय के परिवारों को काफी अधिक सहूलियत मिलेगी। क्योंकि केंद्र सरकार ने 33 जीवन रक्षक दवाएं, दुर्लभ बीमारियों की दवाएं, कैंसर की दवाएं, स्वास्थ्य पॉलिसी, व्यक्तिगत जीवन बीमा, मानचित्र, चार्ट, ग्लोब, पेंसिल, शार्पनर, क्रेयॉन, पेस्टल, अभ्यास पुस्तिकाएं, नोटबुक, रबड़, दूध, छेना या पनीर, पहले से पैक और लेबल वाला, पिज्जा ब्रेड, खाखरा, चपाती या रोटी को जीएसटी फ्री स्लैब में रखा है।

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