राष्ट्रीय प्रोद्योगिकी संस्थान उत्तराखंड में बढे़गी बीटेक व पीएचडी की सीटें

देहरादून। राष्ट्रीय प्रोद्योगिकी संस्थान उत्तराखंड के निदेशक प्रोफेसर ललित कुमार अवस्थी नें जानकारी साझा करते हुए कहा कि कहा कि उत्तराखंड राज्य के स्कूलों और कॉलेजों में पढने वाले छात्रों और उनके अभिभावकों के लिए एक अच्छी खबर है। संस्थान में बीटेक और पीएचडी प्रोग्राम में सीटों की संख्या बढाने के प्रस्ताव को बोर्ड ऑफ़ गवर्नर्स ने मंजूरी दे दी गयी है। बीटेक और पीएचडी प्रोग्राम में सीटों की संख्या में क्रमशः 11 प्रतिशत और 50 प्रतिशत की वृद्धि की गयी है। अगले शैक्षणिक सत्र 2024 -25 से बीटेक प्रोग्राम में छात्रों के वार्षिक प्रवेश की संख्या को 180 से बढ़ाकर 200 कर दी गई है और पीएचडी प्रोग्राम के लिए इंस्टिट्यूट फेलोशिप के तहत सीटों की संख्या 40 से बढाकर 60 कर दी गयी है। जूनियर रिसर्च फ़ेलोशिप और स्व-वित्तपोषित योजना के तहत पीएचडी प्रोग्राम में प्रवेश लेने वालों छात्रों की संख्या पर कोई प्रतिबन्ध नहीं है
प्रोफेसर अवस्थी ने आगे बताया कि बेसिक साइंसेज में स्नातकोत्तर प्रोग्राम शुरू करने की मंजूरी भी भी बोर्ड ऑफ़ गवर्नर्स की तरफ से मिल गयी है। शैक्षणिक सत्र 2024 -25 से गणित, भौतिकी और रसायन विज्ञान विषयों में स्ववित्त पोषित योजना के अंतर्गत गैर आवासीय एमएससी प्रोग्राम शुरू करने की योजना है। शुरुआत में भौतिकी, रसायन और गणित के प्रत्येक विभाग में 20 छात्रों के प्रवेश के साथ एमएससी कार्यक्रम संचालित किये जायेंगे। एमएससी कार्यक्रम में प्रवेश के लिए संस्थान अपनी प्रवेश परीक्षा आयोजित करेगा, हालांकि सीयूईटी और जैम(जेएएम) की परीक्षा उत्तीर्ण छात्रों को प्रवेश में वरीयता दी जाएगी। प्रोफेसर अवस्थी ने कहा सीटों में वृद्धि से छात्रों को लाभ मिलनें के साथ संस्थान की रैंकिंग में भी सुधार होगा। उन्होंने आगे बताया कि नए कोर्सेज को संचालित करने के लिए संस्थान में पर्याप्त संकाय सदस्य है। संकाय सदस्यों और गैर संकाय सदस्यों के कुछ रिक्त पदों को भरने के लिए विज्ञप्ति जारी कर दी गयी है और शीघ्र ही आगे की प्रक्रिया शुरू कर दी जायेगी। तब तक के लिए जरूरत पड़ने पर संविदा पर संकाय सदस्यों की नियुक्ति की जायेगी।
प्रोफेसर अवस्थी नें एक और जानकारी साझा करते हुए कहा कि कुलसचिव पद के लिए हुए सक्षात्कार में डॉ हरि मौल आजाद को चयनित किया गया है। उन्होंने बताया कि कुलसचिव पद के लिए जारी विज्ञप्ति के सापेक्ष कुल प्राप्त 16 आवेदन में से 11 आवेदनों को योग्य पाया गया था जिसमे से केवल पांच उम्मीदवार सक्षात्कार के लिए उपस्थित हुए थे। सक्षात्कार के उपरांत चयन समिति की सिफारिश के आधार पर बोर्ड ऑफ़ गवर्नर्स द्वारा डॉ हरि मौल आज़ाद को एनआईटी उत्तराखंड के नए कुलसचिव के रूप में मंजूरी दे दी गयी है। डॉ आज़ाद को आधिकारिक रूप से इस बात की सूचना दे दी गयी है और कुलसचिव पद के लिए ऑफर लैटर भेज दिया गया है।

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