टीईटी की अनिवार्यता के खिलाफ 24 नवम्बर को उत्तराखण्ड के हजारों शिक्षक करेंगे दिल्ली कूच

देहरादून। प्रदेशीय जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ उत्तराखण्ड के हजारों शिक्षको ने अखिल भारतीय शिक्षक संघर्ष मोर्चा  के बैनर तले  माननीय सुप्रीम कोर्ट के 1 सितम्बर 2025 के आदेश के क्रम में वर्ष 2011 से पूर्व  कक्षा 1 से लेकर आठवीं तक के पूरे देश के लगभग 10 लाख से अधिक शिक्षको को अनिवार्य टीईटी किये जाने के आदेश के विरोध में 24 नवम्बर 2025 को जन्तर मन्तर में दिल्ली कूच का निर्णय लिया है जिसमे भारत देश के 22 राज्यो और केंद्र शाषित प्रदेशो के प्राथमिक से लेकर जूनियर हाइस्कूलो के लाखों शिक्षक दिल्ली जन्तर में अपने सेवा संरक्षित करने और शिक्षको के पदोन्नति के अवसरों को सुरक्षित करने के लिए विशाल धरना प्रदर्शन में भाग लेंगे।
प्रदेशीय जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ उत्तराखण्ड के प्रदेश अध्यक्ष विनोद थापा ने अवगत कराया है कि 24 नवम्बर 2025 को जन्तर मन्तर के मैदान में आयोजित होने वाले विशाल धरने में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं शिक्षामंत्री धमेंद्र प्रधान जी भारत सरकार सहित केंद्र सरकार से संसद के शीतकालीन सत्र में शिक्षक भर्ती में एनसीटीई द्वारा टीईटी लागू करने के शिक्षा के अधिकार अधिनियंम में 2011 से पूर्व नियुक्त शिक्षको को पदोन्नति और सेवा में बने रहने के लिए  अध्यादेश लाकर छूट प्रदान करने का अनुरोध किया जाएगा। प्रदेश अध्यक्ष विनोद थापा ने यह भी अवगत कराया है कि सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीशों के एक बैंच ने महाराष्ट्र के अल्पसंख्यक विद्यालयों के प्रकरण पर निर्णय देते हुए  पूरे देश के शिक्षको पर ब्यवस्था थोपी गई है जिससे 2011 से पूर्व उत्तराखंड सहित समस्त देश के लगभग 10 लाख शिक्षक इस दायरे में आ रहे हैं जिन्हें दो वर्षों के अंतर्गत टीईटी  उत्तीर्ण करना अनिवार्य होगा अन्यथा की स्तिथि में टीईटी उत्तीर्ण न करने वाले शिक्षको को अनिवार्य सेवानिवृत्त  की जाएगी जिससे उत्तराखण्ड सहित पूरे देश के शिक्षको पर नौकरी एवम उनके परिवारों पर आर्थिक संकट आ रहा है  वर्तमान में दायरे आ रहे शिक्षको की उम्र 45-55 वर्ष है  जबकि दायरे की जद में आ रहे शिक्षको की भर्ती के समय शिक्षक भर्ती में टीईटी का प्राविधान नही था और नियुक्ति के समय तत्कालीन सभी मानदंडों को पूरा कर शिक्षक भर्ती हुए थे। वर्तमान में टीईटी करने की बाध्यता को शिक्षको पर थोपना शिक्षको के लिए न्यायसंगत नही है ।इसी कारण उत्तराखण्ड सहित पूरे देश के लाखों लाख शिक्षक 24 नवम्बर 2025 को अपनी सेवा संरक्षित  औऱ पदोन्नति को सुरक्षित करने एवम अपने परिवारों के संकट को दूर करने जन्तर मन्तर दिल्ली में जुटेंगे।जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ उत्तराखण्ड के प्रदेश अध्यक्ष विनोद थापा ने उत्तराखंड राज्य के समस्त प्राथमिक एवम जूनियर हाईस्कूलों में कार्यरत शिक्षको से 24 नवम्बर को जन्तर  मन्तर दिल्ली में अपने और अपने  परिवारों के भविष्य को संरक्षित करने दिल्ली पहुचने की अपील की है।

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