केदारनाथ में यात्रियों की मदद में तत्पर मित्र पुलिस

रुद्रप्रयाग। केदारनाथ धाम के कपाट बंद होने में अब कुछ दिनों का समय शेष रह गया है। कपाट बंद की डेट नजदीक आने पर तीर्थयात्रियों की संख्या में इजाफा देखने को मिल रहा है। अब तक 17 लाख श्रद्धालु बाबा केदार के दर्शन कर चुके हैं और दस से बारह हजार के करीब तीर्थयात्री हर दिन धाम पहुंच रहे हैं। बढ़ती भीड़ के बीच तीर्थयात्रियों का सामान यहां-वहां खो रहा है, जिसे ढूंढकर मित्र पुलिस यात्रियों के चेहरों पर मुस्कान लाने का काम कर रहे हैं।
बबा केदारनाथ के कपाट 23 अक्टूबर को भैयादूज पर्व के दिन बंद हो रहे हैं। बाबा केदार के कपाट की तिथि जैसे-जैसे नजदीक आ रही है, वैसे-वैसे भक्तों का तांता भी धाम में देखने को मिल रहा है। भक्तों की बढ़ती भीड़ से स्थानीय लोगों के चेहरों पर भी मुस्कान देखने को मिल रही है। सोनप्रयाग से लेकर केदारनाथ धाम तक यात्रा पड़ाव भक्तों की चहलकदमी से गुलजार बने हैं। जहां भक्तों की भारी भीड़ उमड़ रही है, वहीं उनका सामान भी यहां-वहां खो रहा है। जिसे खोजने में मित्र पुलिस जुटी हुई है। जिससे तीर्थयात्रियों के चेहरों पर भी मुस्कान देखने को मिल रही है।
तीर्थयात्री चेतन चौधरी अपने परिजनों के साथ केदारनाथ धाम दर्शन के लिए आए थे, जिनका बैग मंदिर परिसर में खो गया, जिसमे उनका महत्वपूर्ण सामान के साथ नकद धनराशि भी थी। केदारनाथ में उप निरीक्षक सुरेश कुमार ने यात्री का बैग खोजकर उनके सुपुर्द किया। तीर्थयात्रियों ने चौकी केदारनाथ पुलिस का आभार प्रकट किया।
वहीं, केदारनाथ धाम दर्शन के लिए आए यात्री जिनका वन प्लस मोबाइल फोन केदारनाथ मंदिर परिसर में कहीं खो गया था। केदारनाथ पुलिस ने खोजबीन कर उक्त फोन को ढूंढा। निरीक्षक प्रदीप नेगी ने यात्री को उनका वन प्लस मोबाइल फोन वापस किया। इसके अलावा केदारनाथ धाम दर्शन के लिए आए एक बाबा का बैग केदारनाथ मंदिर परिसर में कहीं खो गया था। केदारनाथ पुलिस ने बैग को ढूंढकर बाबा को वापस किया।
इधर, गौरीकुंड में ड्îूटी में नियुक्त आरक्षी अर्जुन सिंह को एक पर्स गौरीकुंड बाजार में मिला, जिसमें लगभग दस हजार व कुछ कागजात थे, जिसे उसके वास्तविक स्वामी आनंद रस्तोगी निवासी लखनऊ उत्तर प्रदेश को सुपुर्द किया गया। अपना खोया हुआ पर्स सही सलामत पाकर यात्री का चेहरा खुशी से खिल उठा और उन्होने उत्तराखंड पुलिस की कार्यशैली की प्रशंसा की।

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