सरकार की बुद्धि-शुद्धि को लेकर शिक्षकों ने दिया तर्पण

रुद्रप्रयाग। पदोन्नति समेत 34 सूत्रीय मांगों को लेकर राजकीय शिक्षक संघ ने अलकनंदा-मंदाकिनी नदी के संगम तट पर प्रधानाचार्य सीधी भर्ती को तर्पण देकर शिक्षक विरोधी इस भर्ती को गंगा के माध्यम से समुद्र तक पहुंचाया। प्रदेश सरकार की बुद्धि शुद्धि के लिए एक अनावश्यक थोपी गई प्रधानाचार्य सीधी भर्ती को तर्पण देकर विदा किया गया।
तयशुदा कार्यक्रम के तहत राजकीय शिक्षक संघ अपनी न्यायोचित मांगों को लेकर अलकनंदा-मंदाकिनी संगम पर पहुंचे, इस दौरान शिक्षकों ने प्रधानाचार्य सीधी भर्ती को तर्पण देकर शिक्षक विरोधी बताया। तथा संगम स्थल पर श्रद्धा और विश्वास के महापर्व श्राद्ध पक्ष में आस्था और विश्वास के साथ उत्तराखंड सरकार की बुद्धि शुद्धि का तर्पण किया। इस अवसर पर संघ के जिलाध्यक्ष आलोक रौथाण ने कहा कि शिक्षक राष्ट्र निर्माण का प्रमुख स्तंभ है और शिक्षकों को इस प्रकार से यदि उपेक्षित रखा जाएगा तो हम किस प्रकार के शिक्षा और राष्ट्र के निर्माण की ओर बढ़ रहे हैं।
जिला मंत्री शंकर भट्ट ने कहा कि प्रधानाचार्य सीधी भर्ती जो कि शिक्षकों के मनोबल को हतोत्साहित करने वाली है। उसी की विदाई के लिए आज यह जन सैलाब संगम तट पर उमड़ा है। जनपदीय संयुक्त मंत्री दीपक नेगी ने कहा कि शिक्षक सब कुछ बर्दास्त कर सकता है, लेकिन शिक्षा और अपने स्वाभिमान की उपेक्षा को कदापि बर्दास्त नहीं कर सकता। जिला उपाध्यक्ष शिशुपाल पंवार ने कहा कि वर्तमान सरकार का सदैव शिक्षा और शिक्षकों के प्रति उपेक्षा का भाव रहा है। शिक्षकों की आवाज को हमेशा अनदेखा किया गया है। इस अवसर पर जिला प्रवक्ता अजय भट्ट, अंकित रौथाण, संदीप भट्ट, प्रवीण घड़ियाल, पंचम सिंह राणा, दिलबर सिंह कोटवाल समेत कई शिक्षक उपस्थित थे।