हमारा व्यवहार ही हमारा परिचयः आचार्य विपिन कृष्ण कांडपाल

देहरादून। सरस्वती विहार विकास समिति अजबपुर खुर्द देहरादून द्वारा शिव शक्ति मंदिर सरस्वती विहार में आयोजित शिव महापुराण के चतुर्थ दिवस पर भक्त जनों की अपार भीड़ देखने को मिली। कथा में सदाचार की महिमा बताते हुए आचार्य विपिन कृष्ण कांडपाल ने कहा कि हमारा व्यवहार ही हमारा परिचय है। रुद्राक्ष की महिमा का वृहद व्याख्यान किया 1 मुखी से लेकर 14 मुखी रुद्राक्ष के बारे में बताया और कहा कि रुद्राक्ष सबको धारण करना चाहिए। रोटी, चोटी और बेटी कि कितनी आवश्यकता है उसके बारे में बताया। भगवान् शंकर को जल क्यों चढ़ाते हैं। बेलपत्र, भांग, धतूरा भोलेनाथ को क्यों प्रिय है तथा हिमालय की, देवभूमि की महिमा का वर्णन किया।
समिति के सचिव गजेंद्र भंडारी ने कहा कि शिव शक्ति मंदिर का जीर्णोद्धार, सौंदर्यकरण भक्तों एवं क्षेत्रीय लोगों के सहयोग से पिछले डेढ़ वर्षो से चल रहा है इसके बावजूद मंदिर में सभी धार्मिक अनुष्ठान बिना किसी रूकावट के लगातार चल रहे हैं यह भोलेनाथ की विशेष कृपा है। इसके लिए हम भगवान भोलेनाथ के चरणों में नमन करते हैं और अपार सहयोग देने के लिए क्षेत्र के लोगों का आभार प्रकट करते हैं। इस अवसर पर समिति के वरिष्ठ उपाध्यक्ष बीएस चैहान सचिव गजेंद्र भंडारी उपाध्यक्ष कैलाश राम तिवारी वरिष्ठ मंत्री अनूप सिंह फर्त्याल, मंदिर संयोजक मूर्ति राम बिजलवान, सह संयोजक दिनेश जुयाल, कोषाध्यक्ष विजय सिंह रावत, कनिष्ठ मंत्री सुबोध मैठानी, प्रचार सचिव सोहन सिंह रौतेला, मंगल सिंह कुट्टी जय प्रकाश सेमवाल, बगवालिया सिंह रावत, सी एम पुरोहित, वेद किशोर भट्ट, जयपाल सिंह बत्र्वाल, आशीष गुसाईं, दीपक काला, गब्बर सिंह कैंतूरा, आचार्य उदय प्रकाश नौटियाल, आचार्य सुशांत जोशी, आचार्य अखिलेश बधानी, सुरेंद्र पाल अरोड़ा राजेंद्र सिंह नेगी, भरत सिंह बिष्ट, लेखराज सिंह बिष्ट आदि उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन समिति के उपाध्यक्ष कैलाश राम तिवारी और मंदिर सह संयोजक दिनेश जुयाल द्वारा किया जा रहा है।

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