सीएसआर पहल ‘लैम्प’ ने हरिद्वार में जरूरतमंद लोगों के जीवन को किया रौशन

हरिद्वार। भारत की प्रमुख पावर एण्ड इलेक्ट्रिकल कंपनी ल्युमिनस पावर टेक्नोलॉजीज ने गैर-लाभ संगठन हैप्पी होरिजन ट्रस्ट के सहयोग से अपने बदलावकारी ल्युमिनस अडवान्स्ड मेंटरिंग प्रोग्राम को हरिद्वार में जारी रखने की घोषणा की है। अपनी सैकण्ड बैच में यह प्रोग्राम वंचित समुदायों के बच्चों को सशक्त बनाएगा। उन्हें शिक्षा में सहयोग प्रदान कर और उनकी क्षमता को बढ़ावा देकर ल्युमिनस इन बच्चों के उज्जवल भविष्य के निर्माण के लिए प्रतिबद्ध है। इस प्रोग्राम की शुरूआत 19 जुलाई 2023 को हुई।
हरिद्वार में दूसरा बैच 50 और छात्रों को सशक्त बनाएगा, इनमें से 80 फीसदी लड़कियां हैं, सामाजिक बाधाओं और रूकावटों के चलते अक्सर इनकी शिक्षा बीच में ही छूट जाती है। ल्युमिनस पावर टेक्नोलॉजीज इन मुद्दों को हल कर वंचित बच्चों के उज्जवल भविष्य के निर्माण के लिए तत्पर है।
कार्यक्रम में हिस्सा लेने वाले माननीय दिग्गजों में रुड़की से बीईओ (ब्लॉक एजुकेशन ऑफिसर) आकांक्षा राठौड़ शामिल थे, जिसका आयोजन हरिद्वार के रूड़की क्षेत्र में मेहवाड़कलां गांव में किया गया। उन्होंने कहा कि अक्सर कॉर्पोरेट्स को सीएसआर गतिविधियां बोझ लगतती हैं, किंतु ल्युमिनस ने सही मायनों में बच्चों की शिक्षा में रूचि दिखाई है। उन्होंने कहा कि हर बच्चे को सशक्त बनाने के लिए शिक्षा बेहद महत्वपूर्ण है, फिर चाहे वे किसी भी सामाजिक वर्ग, जाति या लिंग से हों। उन्होंने कहा कि शिक्षा एक व्यक्ति के भविष्य को आकार देती है, फिर चाहे वह शहर से हो या गांव से। उन्होंने कहा कि छात्रों को जरूरी संसाधन मिलने चाहिए, क्योंकि उनके भावी मार्ग के लिए सिर्फ योग्यता ही नहीं, सकारात्मक दृष्टिकोण भी मायने रखता है। उनके शक्तिशाली शब्द वहां मौजूद बच्चों और उनके अभिभावकों को दिलको छू गए, उनके शब्दों ने सभी मौजूद लोगों को प्रेरित किया। ल्युमिनस पावर टेक्नोलॉजीज के प्रतिनिधियों में मिस स्मिता कुमारी, जनरल मैनेजर ऑफ बैटरी मैनुफैक्चरिंग, हरिद्वार, अतुल दाधिच-असिस्टेन्ट वाईस प्रेजीडेन्ट एचआर और सुदर्शन पिल्लै, असिस्टेन्ट वाईस प्रेजीडेन्ट, मैनुफैक्चरिंग भी मौजूद थे, जिन्होंने समाज को आकार देने में महिलाओं की भूमिका पर रोशनी डाली। उन्होंने कहा कि आज की दुनिया में लड़कियां विभिन्न क्षेत्रों में अच्छा प्रदर्शन कर रही हैं और उज्जवल भविष्य का निर्माण कर रही हैं। अकादमिक सहयोग के अलावा लैम्प प्रोग्राम व्यापक दृष्टिकोण के जरिए छात्रों के समग्र विकास को सुनिश्चित करता है। यह प्रोग्राम न सिफ उन्हें शैक्षणिक सहायता एवं आर्थिक सहयोग उपलब्ध कराता है, बल्कि जरूरी मार्गदर्शन, परामर्श एवं नए दौर के कौशल जैसे डिजिटल साक्षरता, किशार स्वास्थ्य शिक्षा एवं पर्यावरण जागरुकता भी सिखाता है। प्रोग्राम का समग्रदृष्टिकण छात्रों को आज की दुनिया के लिए तैयार कर उनके समुदायों पर सकारात्मक प्रभाव उत्पन्न करत है।
2016 में अपनी शुरूआत के बाद से लैम्प 978 छात्रों को सफलतापूर्वक सहयोग प्रदान कर चुका है, जिनमें 700 लड़कियां शामिल हैं। इस साल यह प्रोग्राम अपनी पहुंच एवं प्रभाव को बढ़ाते हुए गगरेट, बद्दी, होसुर, हरिद्वार और गुरूग्राम के 250 नए छात्रों को लाभान्वित करने के लिए तैयार है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *