किसानों ने की तबाह हुई फसल का सही आंकलन करने की मांग

उत्तरकाशी। पुरोला में आयोजित तहसील दिवस के अवसर पर काश्तकारों ने सड़क,स्वास्थ्य जैसी मूलभूत समस्याओं के अतिरिक्त क्षेत्र गत सप्ताह हुए ओलावृष्टि एवं अज्ञात बीमारी से क्षतिग्रस्त हुई लाल धान की फसल का सही से आंकलन करने की मांग की। इस मौके पर काश्तकारों ने कृषि विभाग के अधिकारियों को समय पर अज्ञात बीमारी की समस्या का उपचार व निदान का सुझाव न देने की भी शिकायत की।
मंगलवार को उपजिलाधिकारी जितेंद्र कुमार की अध्यक्षता में तहसील कार्यालय पुरोला में तहसील दिवस आयोजित किया गया।जिसमें अधिकांश किसानों ने क्षेत्र की आजीविका का मुख्य साधन लालधान की फसल अज्ञात बीमारी व ओलावृष्टि से बर्बाद होने की शिकायत दर्ज कराई। इस दौरान सुनाली, घुंडाडा, मोल्टाडी, डोभाल गांव, खरसाडी पोरा, बसंत नगर, पुजेली, खलाड़ी, पुरोला आदि दर्जनों गांवों के ग्रामीणों ने बर्बाद हुए धान के गठर लाकर एसडीएम को दिखाए और फसल का सही आंकलन कर मुआवजा देने की मांग की। वहीं एसडीएम जितेंद्र कुमार ने कृषि विभाग के अधिकारियों के तहसील दिवस में मौजूद न रहने पर नाराजगी जताई। किसानों को बीमारी से फसल के नुकसान का जायजा लेने को टीम गठित करने का भरोसा दिया। इस मौके पर खलाड़ी गांव के बलदेव रावत ने वर्ष 2021 में मेहरबान सिंह के घर से जीता के घर तक पैदल मार्ग का 99 हजार रुपए भुगतान होने के बाद भी आज तक निर्माण कार्य शुरू नहीं होने की शिकायत की। वहीं पूर्व प्रधान राजपाल पंवार व ओमप्रकाश नौडियाल ने सभी ब्लाक स्तरीय अधिकारियों पर हर शनिवार को आधे दिन बाद गायब होने तथा पर्वों के नाम से हफ्तों नदारद रहने की शिकायत दर्ज कराई।

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